Greater Noida News : कृषि विज्ञान केन्द्र गौतम बुद्ध नगर में ध्वजारोहण कार्यक्रम एवं गाँव घनुवास में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन
Greater Noida News : सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ, उत्तर प्रदेश के अंतर्गत संचालित, कृषि विज्ञान केंद्र, नूरपुर छोलस, गौतम बुद्ध नगर में आज “77 वें स्वतंत्रता दिवस” के अवसर पर केन्द्र के अध्यक्ष डॉ मयंक राय द्वारा सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए ध्वजारोहण किया गया। उन्होंने इस ख़ुशी के अवसर पर यह भी बताया कि आज वह ऐतिहासिक तारीख़ है जब हमारे देश के स्वतंत्रता की घोषणा को मंज़ूरी दी गई थी। यह दिवस स्वतंत्रता के लिए हमारे देश में किए गए संघर्षों के साथ – साथ स्वतंत्रता सेनानियों के दिए गए बलिदानों की याद दिलाता है।
इस मौक़े पर केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ विपिन कुमार, श्रीमती विनीता सिंह, डॉ सुनील प्रजापति, श्री कुँवर घनश्याम, श्री राजीव सिरोही, श्री आशु अरोड़ा, मो. शौक़ीन एवं श्री प्रदूमन्न के साथ -साथ ही जनपद के कृषक एवं कृषक महिलाएँ की भी बड़ी संख्या में उपस्थिति थीं, जिन्होंने राष्ट्रीय गान और वन्दे – मातरम् के नारे के साथ झंडे को सलामी दी।
इस स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर ग्राम घनुवास (दादरी) में कृषकों द्वारा लगाए जाने वाले बागों के लिए चयनित स्थानों पर केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा वृक्षारोपण का कार्यक्रम भी किया गया जिसमें विभिन्न प्रकार के वृक्ष जैसे की – आम, अमरूद, नींबू, कटहल, जामुन, आँवला, इत्यादि के वृक्ष किसानों के बागों में लगाए गए। इस कार्यक्रम की शुरुआत श्री लोकेश चंद्र शर्मा के फ़ल बाग़ान प्रक्षेत्र पर केंद्र के अध्यक्ष डॉ मयंक राय के मार्गदर्शन में प्रथम फलदार पौधा लगाकर की गई।
इन्होंने कृषकों एवं कृषक महिलाओं को सम्बोधित करते हुए पर्यावरण को शुद्ध एवं स्वस्थ रखने के लिए वृक्षों के महत्व को बताया। श्रीमती विनीता सिंह ने बतलाया की आज के समय में वृक्षारोपण कार्यक्रम को जन आन्दोलन बनाने की आवश्यकता है जिसके लिए लोगों में जानकारी एवं जागरूकता हेतु अभियान चलाया जाना चाहिए। डॉ सुनील प्रजापति ने बतलाया की स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण बनाए रखने हेतु अपने आस-पास ज़्यादा से ज़्यादा हरियाली विकसित करने की आवश्यकता है जिसे वृक्षारोपण के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है। इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में लोकेश चंद शर्मा (एअर फ़ोर्स), सोमदत्त शर्मा, शिवराम, रामपाल सिंह, मुंशी एवं ग्राम के अन्य कृषक एवम् कृषक महिलाओं की उपस्थिति बड़ी संख्या में रही।